लक्सर में न्यायिक अधिकारियों की अगुवाई में विशाल जन-जागरूकता रैली,मेडिकल संचालकों को प्रतिबंधित दवा मिली तो होगी सख्त कार्रवाई

लक्सर में न्यायिक अधिकारियों की अगुवाई में विशाल जन-जागरूकता रैली,मेडिकल संचालकों को प्रतिबंधित दवा मिली तो होगी सख्त कार्रवाई
tahalka1news
लक्सर । नशे के खिलाफ बड़ी मुहिम उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में लक्सर में नशा मुक्ति जन-जागरूकता अभियान लक्सर हरिद्वार उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशानुसार रविवार को लक्सर में नशा मुक्ति एवं उसके दुष्प्रभावों के प्रति एक वृहद जन-जागरूकता अभियान सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में चलाए जा रहे इस अभियान में न्यायिक अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग, औषधि मानक नियंत्रण संगठन (डीएससीओ) और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने मिलकर काम किया।
स्कूल छात्रों और आमजन की सक्रिय भागीदारी
यह कार्यक्रम मुख्य रूप से दो चरणों में संपन्न हुआ। पहले चरण में, लक्सर बालावाली रोड से तहसील लक्सर तक एक विशाल जन-जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली में के.वी. इंटर कॉलेज और आई.पी. इंटर कॉलेज के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने अध्यापकों, अधिवक्ताओं, मेडिकल स्टोर संचालकों और आम नागरिकों के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया।
रैली के बाद, तहसील सभागार, लक्सर में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें फेरुपुर, धनपुरा, शाहपुर, बादशाहपुर, सुल्तानपुर, भिक्कमपुर, रायसी, लक्सर और खानपुर क्षेत्रों के मेडिकल स्टोर संचालक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। विशेषज्ञों ने उपस्थित जनसमूह को नशे के गंभीर दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से बताया और एक स्वस्थ एवं नशामुक्त समाज बनाने का संदेश दिया।मेडिकल संचालकों को सख्त हिदायत: प्रतिबंधित दवा पर ‘जीरो टॉलरेंस के तहत कार्य करे।
इस अवसर पर उपस्थित ड्रग्स इंस्पेक्टर सुश्री मेघा आनंद ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना है, क्योंकि “नशा व्यक्ति की बुद्धि और विवेक को नष्ट कर देता है,” जिससे समाज में गंभीर समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
ड्रग्स विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर संचालकों को विशेष रूप से निर्देशित किया। लक्सर, सुल्तानपुर और धनपुरा क्षेत्र के संचालकों को एकत्रित कर उन्हें सख्त चेतावनी दी गई कि वे अपने प्रतिष्ठानों में नशे से संबंधित या प्रतिबंधित दवाइयों का भंडारण या बिक्री न करें। न्यायिक अधिकारी श्री अनुराग त्रिपाठी और श्रीमती ललिता सिंह, उप जिलाधिकारी श्री सौरव असवाल, तथा अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में यह स्पष्ट कर दिया गया कि निरीक्षण के दौरान यदि किसी भी प्रतिष्ठान पर प्रतिबंधित दवाइयाँ पाई जाती हैं, तो संबंधित संचालक के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ड्रग्स विभाग की संयुक्त टीम ने यह भी आश्वस्त किया कि इस प्रकार के निरीक्षण और जन-जागरूकता अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेंगे ताकि दवाओं के दुरुपयोग को रोका जा सके और समाज को नशा मुक्त बनाया जा सके।
इस अवसर पर न्यायिक अधिकारी अनुराग त्रिपाठी, श्रीमती ललिता सिंह,प्रशासनिक अधिकारी: उप जिलाधिकारी सौरव असवाल,स्वास्थ्य एवं ड्रग्स विभाग सईद रफी अहमद, ड्रग्स इंस्पेक्टर सुश्री मेघा,ड्रग्स इंस्पेक्टर आनंद,ड्रग्स इंस्पेक्टर हरीश एवं डीएससीओ के अधिकारी आदि सामिल रहे।