पुजारी द्वारा की गई पैगम्बर की शान मे गुस्ताखी से मुस्लिम समुदाय में उबाल,कलियर में हजारों मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन, कड़ी कार्यवाही की मांग

पुजारी द्वारा की गई पैगम्बर की शान मे गुस्ताखी से मुस्लिम समुदाय में उबाल,कलियर में हजारों मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन, कड़ी कार्यवाही की मांग
तहलका वन न्यूज़ ब्यूरो
रुड़की । गाजियाबाद जिले के डासना मंदिर के पुजारी महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा मुस्लिम धर्म पर की जा रही अभद्र टिप्पणी और ग़लत बयान बाजी करने से बाज नहीं आ रहें है और पुजारी पैगम्बर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने के साथ ही अपनी भाषा का आपत्तिजनक इस्तेमाल करते रहता हैं। पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती का वर्तमान में एक विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और पुजारी की विडियो में पैगम्बर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करता नजर आ रहा है।
पैगम्बर मोहम्मद साहब की शान में पुजारी द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय में पुजारी के खिलाफ उबाल आ गया है और आज मुस्लिम समुदाय के हजारों धर्म गुरू व समाज के संभ्रांत व्यक्तियों तथा क्षेत्र के आमजन ने कलियर के मुख्य चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम कलियर थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी को एक ज्ञापन सौंप कर पुजारी के विरुद्ध कड़ी से कडी़ कार्यवाही की मांग की है।
जुमे की नमाज़ के बाद हजारों मुस्लिम समुदाय के लोग कलियर के मुख्य चौराहे पर इकठ्ठा हुए और गाजियाबाद जिले के डासना मंदिर के पुजारी महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा पैगम्बर मोहम्मद साहब की शान में की गई गुस्ताखी के विरोध में नारेबाजी की और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी को सौंपकर की है।इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि जो असली पुजारी होते हैं वह कभी भी किसी के धर्म के बारे में ग़लत बयान बाजी नहीं करतें हैं।उन्होंने ने कहां कि पुजारी महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पुजारी कहलाने के लायक नहीं है और यह एक मन-बुद्धि पुजारी हैं जो पैगम्बर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी कर रहा है। उन्होंने कहां कि पुजारी की इस तरह की अभद्र टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय के लोगों में अधिक गुस्सा है,इस लिए राष्ट्रपति द्वारा पुजारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए और मुस्लिम धर्म को इंसाफ दिलाया जाए।इस मौक़े पर दरगाह इमाम हाफीज साऊद साबरी,मौलवी दानिश क़ासमी,कारी सद्दाम,मौलवी फय्याज,प्रधान अकरम अली,सलीम अहमद,शफकत अली,प्रमुख नाजिम त्यागी,भूरा गोल्डन,कल्लू त्यागी,इंतजार राणा,वसीम साबरी,इस्तेखार अली,गुलफाम अली,रहीश डीस,इमरान वेल्डर,नौमी मियां,यावर मियां,खालिद अली,मौजम अली आदि शामिल रहे।