December 7, 2025 01:22:03 pm

खुलासा::रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी हत्याकांड 24 घंटे में सुलझा:कलयुगी बेटे सहित तीन गिरफ्तार,₹30 लाख की सुपारी में कराई थी पिता की हत्या

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खुलासा::रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी हत्याकांड 24 घंटे में सुलझा:कलयुगी बेटे सहित तीन गिरफ्तार,₹30 लाख की सुपारी में कराई थी पिता की हत्या

tahalka1news

बहादराबाद । एसएसपी हरिद्वार की नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्या कांड का सफल खुलासा करते हुए रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी भगवान सिंह की हत्या के मामले में उनके ही बेटे यशपाल सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बेटे ने अपने पिता की करोड़ों की संपत्ति हथियाने के इरादे से दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी।

एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है कि 29 नवंबर 2025 की रात मृतक भगवान सिंह अपने बेटे यशपाल के साथ रोशनाबाद एक शादी में जा रहे थे। इसी दौरान जटवाड़ा पुल के पास गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। बेटे ने पुलिस को initially गुमराह करते हुए बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने लिफ्ट लेकर वारदात को अंजाम दिया है। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने जब गहराई से पूछताछ की तो बेटा अपने बयान में बार-बार उलझता रहा और अंततः टूटकर अपराध स्वीकार कर लिया।

संपत्ति के लालच ने बनाया हत्यारा

पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतक भगवान सिंह के पास करोड़ों की संपत्ति थी। बेटा यशपाल गलत संगत और आदतों के कारण अपने पिता से लगातार सम्पत्ति अपने नाम कराने के लिए दबाव बना रहा था। पिता ने न केवल इंकार किया, बल्कि उसे बेदखली तक की चेतावनी दे दी थी। इसी रंजिश में यशपाल ने अपने दोस्तों ललित मोहन उर्फ राजन और शेखर के साथ पिता की हत्या की योजना बनाई।

तीनों ने हत्या के बदले दोस्तों को ₹30 लाख और एक स्कॉर्पियो देने की डील तय की थी।

कैसे रची गई हत्या की साजिश

29 नवंबर की दोपहर तीनों आरोपियों ने ज्वालापुर–बहादराबाद नहर पटरी पर रेकी की। रात करीब 8 बजे यशपाल अपने पिता को शादी में जाने का बहाना बनाकर कार से मौके पर लाया, जहां ललित और शेखर पहले से मौजूद थे।

यशपाल ने कार रुकवाकर खुद ड्राइवर सीट संभाली और पिता को अपने “दोस्त” राजन को बैठाने के बहाने कार में जगह दी। इसी दौरान राजन ने 315 बोर तमंचे से भगवान सिंह की कनपटी पर दो फायर कर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। वारदात को अंजाम देने के बाद यशपाल ने पुलिस कंट्रोल रूम पर झूठी सूचना देकर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश की।

गिरफ्तारी और बरामदगी

पुलिस टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियो यशपाल पुत्र भगवान सिंह जमालपुर कलाँ,ललित मोहन उर्फ राजन पुत्र सुरेश गिरी सीतापुर, ज्वालापुर,शेखर पुत्र ऋषिपाल सिंह सीतापुर, बालाजी पुरम, ज्वालापुर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राजन की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर तमंचा, एक खोखा कारतूस, हत्या के समय पहने कपड़े, जैकेट और जूते बरामद किए गए।

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका

थाना बहादराबाद, कोतवाली रानीपुर और सीआईयू की संयुक्त टीमों ने 24 घंटे के भीतर घटना का खुलासा किया।

पुलिस टीम में थानाध्यक्ष बहादराबाद उ0नि0 अंकुर शर्मा,. व0उ0नि0 नितिन बिष्ट. उ0नि0 अमित नौटियाल- चौकी प्रभारी कस्बा. उ0नि0 उमेश कुमार- चौकी प्रभारी शांतरसा. उ0नि0 जगमोहन सिंह. हे0कानि0 होशियार सिंह. कानि0 बलवंत सिंह. कानि0 वीरेन्द्र चौहान. कानि0 मुकेश नेगी. कानि0 शाहआलम. कानि0 ड्राईवर वीरेन्द्र सिंह

पुलिस टीम कोतवाली रानीपुर

निरीक्षक श्री शांति कुमार गंगवार. कानि० नरेंद्र राणा. कानि० उदय चौहान

सी0आई0यू0 हरिद्वार

निरीक्षक श्री नरेन्द्र सिंह बिष्ट. कानि0 नरेन्द्र सिंह. कानि0 उमेश . कानि0 हरवीर सिंह. कानि0 वसीम आदि सामिल रहे।