December 7, 2025 10:09:59 am

ऑपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस ने फर्जी पहचान पर रह रहे बांग्लादेशी नागरिक और उसकी भारतीय प्रेमिका को किया गिरफ्तार

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ऑपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस ने फर्जी पहचान पर रह रहे बांग्लादेशी नागरिक और उसकी भारतीय प्रेमिका को किया गिरफ्तार

रिपोर्ट- अमन बिष्ट C/P
tahalka1news

देहरादून । मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन कालनेमि के तहत देहरादून पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को उसकी भारतीय साथी के साथ गिरफ्तार किया है, जो पिछले कई महीनों से फर्जी पहचान पत्रों के सहारे देहरादून में रह रहा था।

अभियुक्त युवक ने अपना नाम बदलकर “सचिन चौहान” रख लिया था और एक स्थानीय क्लब में बाउंसर का काम कर रहा था।पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि गिरफ्तार युवक का असली नाम ममून हसन, पुत्र मोहम्मद अली यासीन, निवासी आनंदोवास थाना मुजीबनगर, जिला मेहरपुर, बांग्लादेश है। उसकी साथी महिला की पहचान रीना चौहान, पुत्री विश्वजीत सिंह, निवासी ट्यूनी, जनपद देहरादून के रूप में हुई है।

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि दोनों की पहचान फेसबुक के माध्यम से हुई थी। ममून पहले तीन बार टूरिस्ट वीजा पर भारत आ चुका था और रीना से मिलकर वापस बांग्लादेश लौट गया था। वर्ष 2022 में दोनों अवैध रूप से सीमा पार कर बांग्लादेश गए, वहीं निकाह किया और फिर अवैध तरीके से भारत वापस लौट आए। देहरादून में किराए के मकान में पति-पत्नी बनकर रहने लगे।

रीना चौहान ने अपने पूर्व पति के नाम से ममून हसन के लिए फर्जी पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि) बनवाए। इन्हीं दस्तावेजों की मदद से ममून ने “सचिन चौहान” के नाम से क्लब में नौकरी भी हासिल कर ली थी। जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फर्जी पहचान पत्र बनवाने में शामिल कुछ अन्य लोग भी पुलिस की रडार पर हैं।

पुलिस ने दोनों के कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। दोनों के खिलाफ थाना नेहरू कॉलोनी पर धारा 420, 467, 468, 471, 120बी आईपीसी, पासपोर्ट अधिनियम 1920 की धारा 3, और विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।अब तक ऑपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस 16 बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। इनमें से 9 को डिपोर्ट किया जा चुका है, जबकि 7 को जेल भेजा गया है।

देहरादून वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि ऐसे मामलों में शामिल सभी व्यक्तियों की जांच की जा रही है और प्रदेश में अवैध रूप से निवास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।