बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता:FDA और ड्रग्स विभाग की बड़ी कार्रवाई 20 दवाओं के नमूने लिए

बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता:FDA और ड्रग्स विभाग की बड़ी कार्रवाई 20 दवाओं के नमूने लिए
tahalka1news
रुड़की । राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौतों के बाद उत्तराखंड सरकार ने जनस्वास्थ्य और बच्चों की सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए कड़ा रुख अपनाया है। इसी कड़ी में, हरिद्वार जिले में प्रतिबंधित कफ सिरप और अन्य संदिग्ध औषधियों के खिलाफ एक सख्त और व्यापक अभियान शुरू किया गया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) की टीम ने हरिद्वार जिले में ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान फार्मा कंपनियों, सीएमएसडी स्टोर्स और मेडिकल स्टोर्स को निशाना बनाया गया और कुल 20 दवाओं के नमूने जांच के लिए जब्त किए गए।
सरकार ने विशेष रूप से Dextromethorphan युक्त सिरप और Chlorpheniramine Maleate + Phenylephrine Hydrochloride संयोजन वाली दवाओं को चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित किया है।
प्रमुख कंपनिया जांच के दायरे में Shreya Pharma (भगवानपुर), Kim Laboratories (मखनपुर, भगवानपुर), और Omega Pharma जैसी प्रमुख दवा कंपनियां शामिल रहीं। निरीक्षण टीम ने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी नमूने में कोई दोषपूर्ण या प्रतिबंधित दवा पाई जाती है, तो उसे तत्काल प्रभाव से बाजार से हटाया जाएगा और संबंधित कंपनियों एवं स्टोर्स पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने संभाला मोर्चा
इस महत्वपूर्ण अभियान में सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती, ड्रग इंस्पेक्टर मेघा, ड्रग इंस्पेक्टर हरीश और सीडीएससीओ (केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन) के अधिकारियों की एक विशेष टीम शामिल थी। टीम का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि बाजार में बिकने वाली हर दवा निर्धारित मानकों के अनुरूप हो और बच्चों की सुरक्षा पर कोई खतरा न आए।
स्वास्थ्य सचिव के सख्त निर्देश
स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त (FDA), डॉ. आर. राजेश कुमार, ने राज्यभर के सभी सीएमओ (मुख्य चिकित्साधिकारी) को सख्त निर्देश जारी किए हैं:
भारत सरकार की एडवाइजरी का हर हाल में सख्ती से पालन किया जाए।
औषधि निरीक्षक नियमित रूप से नमूने एकत्र करें।दोषपूर्ण दवा मिलने पर तुरंत बाजार से हटाया जाए और जिम्मेदार कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई हो।
डॉ. कुमार ने डॉक्टरों से भी अपील की है कि वे बच्चों को प्रतिबंधित कफ सिरप का पर्चा न लिखें और केवल अनुमोदित दवाओं का ही उपयोग करें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी स्पष्ट संदेश दिया है कि बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने पुष्टि की है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। हरिद्वार में FDA का यह कदम जनस्वास्थ्य के प्रति राज्य सरकार की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसका एकमात्र लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य में बिकने वाली हर दवा सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण हो।