हिमाचल के कद्दावर नेता पंडित अनिल शर्मा जल्द करेंगे कांग्रेस पार्टी ज्वाइन सूत्र

हिमाचल । कांग्रेस में जाएंगे अनिल शर्मा: दिल्ली में जल्द करेंगे पार्टी हाईकमान से मुलाकात, पंडित सुखराम परिवार का मंडी में दबदबा तो मंडी सदर विधानसभा के विधायक अनिल शर्मा।
हिमाचल के कद्दावर नेता रहे स्व. पंडित सुखराम के बेटे और मंडी की सदर विधानसभा सीट से BJP के विधायक अनिल शर्मा कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में अनिल शर्मा कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात करने दिल्ली जा सकते हैं। हिमाचल में इसी साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चर्चा है कि अनिल शर्मा अगला चुनाव कांग्रेस की ही टिकट पर लड़ेंगे।
BJP विधायक अनिल शर्मा खुद को ‘टेक्निकल विधायक’ कहते रहे हैं। वह कई बार कह चुके हैं कि भाजपा उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाती नहीं और अगर बुलाया भी जाए तो वह जाते नहीं। कुछ समय से भाजपा की मंडी जिला इकाई के नेता भी अनिल शर्मा पर निशाना साधते रहे हैं। मंडी जिले से ताल्लुक रखने वाले खांटी भाजपाई कहते रहे हैं कि अगर अनिल शर्मा में दम है तो वह भाजपा के बैनर के बगैर चुनाव जीतकर दिखाएं। ऐसे में भाजपा और अनिल शर्मा का तालमेल बिगड़ता दिख रहा है।
गौरतलब है कि पंडित सुखराम का परिवार शुरू से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा है। हालांकि टेलीकॉम घोटाले में फंसने के बाद सुखरान ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बना ली थी मगर बाद में वह फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
दूसरी ओर, कुछ दिन पहले हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सेशन के बाद अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें अनिल शर्मा कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ थे। इस वीडियो के कैप्शन में आश्रय शर्मा ने लिखा था आज के करण अर्जुन’ । आश्रय के इस वीडियो को अनिल शर्मा की कांग्रेस में जाने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
उधर अनिल शर्मा के भाजपा छोड़ने और कांग्रेस में जाने के संकेतों से मंडी की राजनीति फिर गरमा गई है। सूत्रों के मुताबिक, अनिल शर्मा अगले आठ-दस दिन में कांग्रेस हाईकमान से मिलने दिल्ली जा सकते हैं।
सुखराम के बेटे हैं अनिल शर्मा
अनिल शर्मा कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय पंडित सुखराम के बेटे हैं। सुखराम परिवार का मंडी जिले में खासा दबदबा रहा है। साल 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सुखराम अपने बेटे अनिल शर्मा के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सुखराम अपने पोते आश्रय के साथ दोबारा कांग्रेस में शामिल कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा सीट में मंडी सीट से हुए। आश्रय शर्मा को टिकट दिया, लेकिन वह चुनाव हार गए। उसके बाद अनिल शर्मा को जयराम कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा। पिछले ढाई साल से अनिल शर्मा हाशिए पर चल रहे हैं।